Jai Shree Hanuman

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हनुमान चालीसा(गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित) दोहा:श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मन मुकुर सुधारि।बरनऊँ रघुवर बिमल जसु, जो दायक फल चारि॥ बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।बल बुधि विद्या देहु मोहिं...